एआई तकनीक यूरोपीय रोज़गार बाज़ार में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला रही है, जिससे कुछ नौकरियाँ खत्म हो रही हैं, कई नौकरियों की प्रकृति बदल रही है, और कुछ पूरी तरह से नई भूमिकाएँ भी पैदा हो रही हैं। यह एक जटिल और बहुआयामी मुद्दा है, जिसमें नौकरियों के विस्थापन और नई भूमिकाओं के सृजन दोनों शामिल हैं।
समग्र प्रभाव: विस्थापन बनाम सृजन
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की 2023 की 'फ्यूचर ऑफ जॉब्स' रिपोर्ट के अनुसार, 2023 से 2027 के बीच यूरोप में AI और डिजिटलीकरण के कारण लगभग 4.3 करोड़ नौकरियाँ विस्थापित होने का अनुमान है। हालांकि, इसी अवधि में लगभग 6.9 करोड़ नई नौकरियों के सृजन का भी अनुमान है, जिससे शुद्ध वृद्धि लगभग 2.6 करोड़ नौकरियों की होगी।
यह दर्शाता है कि अधिकांश यूरोपीय व्यवसाय AI को नौकरियों के शुद्ध सृजन के रूप में देखते हैं, जिसमें 69% व्यवसाय इस बात पर सहमत हैं, जबकि केवल 11% इसे शुद्ध नुकसान के रूप में देखते हैं। मैकिन्से ग्लोबल इंस्टीट्यूट (2023) का अनुमान है कि 2030 तक, यूरोप में लगभग 5.3 करोड़ कर्मचारियों के कार्यों में ऑटोमेशन (AI सहित) के कारण महत्वपूर्ण बदलाव आने की संभावना है।
इसमें से अधिकांश को पुनर्स्किलिंग की आवश्यकता होगी, हालांकि शुद्ध नौकरी हानि का अनुमान अपेक्षाकृत कम है, लेकिन कार्यों की प्रकृति में भारी बदलाव अपेक्षित है।
सेक्टर-वार प्रभाव
विभिन्न क्षेत्रों में AI का प्रभाव अलग-अलग है:
व्यवस्थापन और कार्यालय कार्य: यह क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होने वाला है। डेटा एंट्री, लेखांकन सहायता, ग्राहक सेवा (रूटीन क्वेरी), और प्रशासनिक सहायता जैसे कार्यों में उच्च स्वचालन क्षमता (50-70%) है।
उत्पादन और विनिर्माण: दोहराए जाने वाले मैनुअल कार्य, गुणवत्ता नियंत्रण, और सप्लाई चेन लॉजिस्टिक्स में रोबोटिक्स और AI के माध्यम से स्वचालन बढ़ा है। जर्मनी जैसे देशों में यह प्रवृत्ति स्पष्ट है। हालांकि, रोबोट मैंटेनेंस, AI सिस्टम ऑप्टिमाइजेशन, और कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसी नई भूमिकाएँ बढ़ रही हैं।
वित्तीय सेवाएँ: फ्रॉड डिटेक्शन, रिस्क मैनेजमेंट, और एल्गोरिदमिक ट्रेडिंग में AI का भारी उपयोग होता है। पारंपरिक बैंक टेलर और डेटा प्रोसेसिंग जॉब्स में कमी आई है, लेकिन डेटा साइंटिस्ट, AI एथिसिस्ट, और साइबरसिक्योरिटी एक्सपर्ट की मांग बढ़ी है।
स्वास्थ्य सेवा: निदान सहायता (इमेजिंग एनालिसिस), ड्रग डिस्कवरी, और व्यक्तिगत उपचार योजना में AI का सकारात्मक प्रभाव है। नौकरियों में कमी की बजाय चिकित्सकों की क्षमता बढ़ाने और नई भूमिकाएँ (मेडिकल AI स्पेशलिस्ट) बनाने पर जोर है।
खुदरा: गोदाम प्रबंधन, इन्वेंटरी ऑप्टिमाइजेशन, और व्यक्तिगत ग्राहक अनुभव (चैटबॉट्स) में AI का उपयोग बढ़ा है। कैशियर जैसी भूमिकाएँ कम हो रही हैं, लेकिन ई-कॉमर्स स्पेशलिस्ट, डेटा एनालिस्ट, और AI-इनेबल्ड कस्टमर एक्सपीरियंस मैनेजर की मांग बढ़ी है।
कौशल पर प्रभाव (Skills Shift)
WEF रिपोर्ट के अनुसार, 2023-2027 के बीच 44% श्रमिकों के मुख्य कौशल बदल जाएंगे और 60% कर्मचारियों को 2027 तक प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी। मांग में वृद्धि वाले कौशल में AI और बिग डेटा विशेषज्ञता (सबसे तेजी से बढ़ती भूमिका), साथ ही सॉफ्ट स्किल्स जैसे विश्लेषणात्मक सोच, रचनात्मकता, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, और नेतृत्व शामिल हैं।
प्रौद्योगिकी प्रबंधन और साइबर सुरक्षा कौशल की मांग भी बढ़ी है। वहीं, मैनुअल डेटा एंट्री, बेसिक बुककीपिंग, और रूटीन ऑफिस सपोर्ट जैसे कौशल की मांग में कमी आई है।
यूरोपीय संघ (ईयू) की प्रतिक्रिया और नीतियां
यूरोपीय संघ AI के प्रभाव को सक्रिय रूप से प्रबंधित कर रहा है:
AI एक्ट: यह दुनिया का पहला व्यापक AI कानून है, जो जोखिम-आधारित दृष्टिकोण अपनाता है। उच्च जोखिम वाले AI सिस्टम (जैसे रोजगार चयन में) के लिए सख्त नियम, पारदर्शिता और मानव निगरानी अनिवार्य करता है। इसका उद्देश्य AI के दुरुपयोग से रोजगार भेदभाव को रोकना है।
डिजिटल स्किल्स एंड जॉब्स कोएलिशन: 2023 तक यूरोप में 12 मिलियन से अधिक लोगों को डिजिटल स्किल्स प्रशिक्षण दिया जा चुका है। लक्ष्य 2030 तक 80% वयस्क आबादी को बुनियादी डिजिटल कौशल से लैस करना है।
राष्ट्रीय री-स्किलिंग पहल: जर्मनी ("Arbeiten 4.0"), फ्रांस ("Plan d'investissement dans les compétences"), और नॉर्डिक देश जैसे यूरोपीय देश कार्यबल के अनुकूलन पर भारी निवेश कर रहे हैं।
चुनौतियाँ
इस परिवर्तन के साथ कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियाँ भी जुड़ी हैं:
पुनर्स्किलिंग का पैमाना: लाखों श्रमिकों को प्रशिक्षित करना एक बड़ी लॉजिस्टिकल और वित्तीय चुनौती है।
असमानता का जोखिम: कम शिक्षित/कम कुशल श्रमिकों पर नकारात्मक प्रभाव अधिक हो सकता है, जिससे "डिजिटल डिवाइड" बढ़ सकता है।
गुणवत्तापूर्ण नौकरियों का सृजन: यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि नई नौकरियाँ पुरानी खोई हुई नौकरियों के मुकाबले समान वेतन और सुरक्षा प्रदान करें।
कार्यस्थल निगरानी: प्रदर्शन ट्रैकिंग के लिए AI के उपयोग से श्रमिक अधिकारों पर चिंताएँ भी बढ़ सकती हैं।
निष्कर्ष
AI यूरोपीय रोजगार बाजार में एक बड़ा बदलावकारी बल है। इसका शुद्ध प्रभाव नौकरियों के समग्र नुकसान के बजाय कौशल की मांग और नौकरियों की प्रकृति में भारी बदलाव का है। नौकरियों का विस्थापन कुछ क्षेत्रों (व्यवस्थापन, कार्यालय) में महत्वपूर्ण है, लेकिन नए क्षेत्रों (टेक, हरित अर्थव्यवस्था, देखभाल) और AI-संबंधित भूमिकाओं में सृजन भी हो रहा है।
इस सफलता की कुंजी विशाल पैमाने पर और प्रभावी पुनर्स्किलिंग (upskilling/reskilling) है, जिस पर यूरोपीय देश और संघ सक्रियता से काम कर रहे हैं। नियामक ढांचे (जैसे EU AI Act) का उद्देश्य जिम्मेदार AI विकास को सुनिश्चित करना और श्रमिकों को संभावित नुकसान से बचाना है।
संक्षेप में, AI कुछ नौकरियाँ खत्म कर रहा है (खासकर रूटीन वाली), कई नौकरियों को बदल रहा है (नए कौशल की जरूरत पैदा कर रहा है), और कुछ बिल्कुल नई नौकरियाँ पैदा कर रहा है। यूरोप का ध्यान इस बदलाव को प्रबंधित करने और कर्मचारियों को नए ज़माने के कौशल सिखाने पर है ताकि वे इस बदलते परिदृश्य में सफल हो सकें।


